विकास के लिए संचार
विकास के सभी लक्ष्यों और सरकारकी प्राथमिकताओं के लिए व्यावहारिक और सामाजिक परिवर्तन की आवश्यकता होती है, विशेष रूप से सकारात्मक व्यवहार और तरीकों को अपनाने और नकारात्मक लैंगिक मानदंडों को बदलने सहित नए मानदंडों को स्थापित करने के लिए |

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विकास के सभी लक्ष्यों और सरकारकी प्राथमिकताओं के लिए व्यावहारिक और सामाजिक परिवर्तन की आवश्यकता होती है, विशेष रूप से सकारात्मक व्यवहार और तरीकों को अपनाने और नकारात्मक लैंगिक मानदंडों को बदलने सहित नए मानदंडों को स्थापित करने के लिए |
इसके लिए संस्थाओं के एक सहयोगी माहौल बनाने की ज़रुरत है जो लैंगिक उत्तरदायी सामाजिक एवं व्यावहारिक परिवर्तन संचार (SBCC) एवं कार्यक्रमों को समझे, सहयोग दे और लागू कर सके | विकास के कार्यक्रमों के लिए वैश्विक, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए, भारत में विकास के लिए संचार (C4D) को कार्यक्रम की उच्चतम गुणवत्ता प्राप्त करने के केंद्र में रखा गया है और यह यूनिसेफ की सभी सेक्टर की सामूहिक रणनीति है|
यूनिसेफ इंडिया के राष्ट्रीय कार्यक्रम कार्य योजना 2018-2022 (Country Program Action Plan for 2018-2022) में भारत में परिवार और बच्चों के कल्याण में विकास के लिए संचार (C4D) के विशेष लक्ष्य और भूमिका आवश्यक सेवाओं की मांग और उनका उपयोग बढ़ाना तथा अच्छे पालन-पोषण को बढ़ावा देना है|
विकास के लिए संचार (C4D) के उद्देश्यों में हानिकारक सामाजिक मानदंडों को ख़त्म करने, सकारात्मक मानदंडों को अपनाने और विकास तथा आपदा / नागरिक संघर्षों दोनों के सन्दर्भ में विभिन्न प्रकार से जुड़ने में सहयोग भी शामिल हैं | यह पूरा उद्देश्य एक स्थायी परिवर्तन के लिए समुदाय एवं किशोरों, विशेष रूप से लड़कियों और महिलाओं को सशक्त बनाना है |
विकास के लिए संचार (C4D) की रूपरेखा सामाजिक एवं व्यावहारिक परिवर्तन संचार (SBCC) - यूनिसेफ इंडिया के लैंगिक ढाँचे पर आधारित है | इस ढाँचे में छः रणनीति हैं - प्रणाली का सुदृढ़ीकरण, क्षमता विकास, सामाजिक पूँजी निर्माण,समुचित और सम्मिलित SBCC कार्यान्वयन हेतु भागीदारी एवं प्लेटफार्म, लक्ष्य आधारित SBCC अभियान, साक्ष्य (सबूत) जुटाना और ज्ञान प्रबंधन |
भारत में विकास के लिए संचार (C4D) राष्ट्रीय स्तर से ब्लॉक स्तर तक प्रणाली के सुदृढ़ीकरण, सरकार की क्षमता और दृष्टिकोण, नागरिक समाज, समुदाय आधारित अनौपचारिक संरचना और नेटवर्क, शैक्षणिक और व्यावसायिक संस्थानों, मीडिया संस्थानों और उनसे सम्बंधित मानव संसाधनों पर फोकस करता है |
भारत में विकास के लिए संचार (C4D) के फोकस के मुख्य क्षेत्र :
a) आवश्यक सेवाओं के प्रयोग और मांग को बढ़ाना, विशेष रूप से संवेदनशील बच्चों, लड़कियों और समुदाय सहित;
b) समुचित और समान देखभाल और पालन-पोषण को बढ़ावा देना;
c) हानिकारक लैंगिक मानदंडों सहित हानिकारक सामाजिक मानदंडों को काम करने और सकारात्मक सामाजिक मानदंडों को अपनाने को प्रभावित करना;
d) सतत परिवर्तन हेतु किशोरों और किशोरियों और उनके समुदाय को सशक्त बनाने हेतु उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में जोड़ने में सहयोग प्रदान करना
समाधान
दीर्घकालीन बड़ी साझेदारियां: भारत में विकास के लिए संचार (C4D) आस्था आधारित संस्थाओं, जनजातीय समूहों, कलाकारों के महासंघों, और स्वयं सहायता समूह, किसान सहकारिता और युवा नेटवर्क सहित महिला अधिकार समूह और प्लेटफार्म के साथ सक्रिय रूप से जुड़कर परिवार और समुदाय के बीच, विशेष रूप से सकारात्मक लैंगिक मानदंडों और प्रथाओं पर बातचीत का नया सामाजिक तानाबाना तैयार करता है |
विकास के लिए संचार (C4D) व्यापक मीडिया प्लेटफार्म (टी वी, वीडियो, डिजिटल मीडिया, कम्युनिटी रेडियो, और लोक मीडिया/भागीदारी मीडिया) के साथ मिलकर भी नया सामाजिक तानाबाना तैयार करता है |
लक्ष्य आधारित SBCC अभियान: अंतिम छोर तक पहुँचने, भारत में सेवाओं से वंचित एवं हाशिये पर रहने वाले परिवार एवं समुदायों के लिए विकास के लिए संचार (C4D) भारत सरकार के साथ मिलकर राष्ट्रीय फ्लैगशिप कार्यक्रमों को बढ़ावा देने का काम करता है, जैसे कि पोषण अभियान, मिशन इंद्रधनुष, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, शिक्षा अभियान, स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस, किशोरों एवं युवाओं पर केंद्रित कार्यक्रम एवं अभियान आदि |
समुदाय, किशोरों एवं युवाओं पूँजी तैयार करना: भारत में विकास के लिए संचार (C4D) स्थानीय नेतृत्व, स्वैच्छिक समूह एवं नेटवर्क को साथ लेकर समुदाय के बीच (महिलाओं एवं लड़कियों में एकजुटता सहित) एक विश्वास का माहौल पैदा करने के लिए तरीके एवं आधार स्थापित करता है जिससे सभी लिंगों, जनजातियों, जातियों और धर्म के बीच एकता, सहयोग और सामाजिक समरूपता हो सके | इसमें सेवाओं की गुणवत्ता और पहुँच के सम्बन्ध में निगरानी और प्रतिक्रिया हेतु समुदाय की भूमिका भी शामिल है |
यह भाग यूनिसेफ द्वारा SBCC प्लेटफार्म, साधनों एवं साझेदारियों के द्वारा समुदाय की प्रतिरोधक क्षमता और जोखिम प्रबंधन को सुदृढ़ करना और आपदा से निपटने तथा उसके लिए तैयार होने के लिए लड़कियों, लड़कों और परिवारों की क्षमता वृद्धि, उसके द्वारा आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर किये गए मुख्य कार्यों के सुदृढ़ीकरण को दिखता है|

SBCC क्षमता निर्माण को संस्थागत स्वरुप देना: विकास के लिए संचार (C4D), राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर के प्रशिक्षण संस्थानों एवं विश्विद्यालयों की लैंगिक उत्तरदायी SBCC के क्षेत्र में संस्थागत एवं व्यक्तिगत क्षमता बढ़ाने का काम करता है |
विकास के लिए संचार (C4D) सरकार के साथ मिलकर सेवा प्रदाताओं और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और उनके पर्यवेक्षकों की नियोजन, क्रियान्वयन, बजटिंग, अंतर्वैयक्तिक परामर्श और सहयोग कौशल के क्षेत्र में SBCC क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से कार्य करता है | इससे मज़बूत, न्यायोचित मांगों और सेवाओं के उपयोग (विशेष रूप से वंचित लड़कियों और महिलाओं के सन्दर्भ में) तथा संस्तुत तरीकों को अपनाने में मदद मिलती है |
SBCC शासन विधि और उत्तरदायित्व हेतु तंत्र का सुदृढ़ीकरण: विकास के लिए संचार (C4D) राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर के कार्यक्रम प्रबंधकों को SBCC गतिविधियों के नियोजन, क्रियान्वयन पद्धति, बजटिंग, समन्वय, सम्मिलन और निगरानी के क्षेत्र में सुधर के लिए, निर्देश, गुडवत्ता मानक और सामग्रियां (लैंगिक उत्तरदायी कार्यक्रमों सहित) प्रदान करता है ||
SBCC साक्ष्य निष्पत्ति एवं ज्ञान प्रबंधन: विकास के लिए संचार (C4D), सरकारी जनसँख्या स्तर आंकड़ा प्रणाली में लैंगिक व्यव्हार सूचकों सहित, प्रशासनिक रिपोर्टिंग प्रणाली में गुणवत्ता निगरानी सूचकों को एकीकृत कर विश्वसनीय साक्ष्य उत्पन्न करता है |
SBCC हस्तक्षेप को सूचित करने हेतु यह सामाजिक मानदंडों, विशेष रूप से लैंगिक मानदंडों पर साक्ष्य उत्पन्न करने के लिए शोध संस्थानों और शिक्षा जगत के साथ संधियों एवं साझेदारियां बनाता है और उनका नेतृत्व करता है |