विश्व बाल दिवस - ज़िम्मेदारी लेते बच्चे
एक सुरक्षित और सतत भविष्य की पुनर्कल्पना के लिए ज़िम्मेदारी लेते बच्चे

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एक अधिक सतत भविष्य की पुनर्कल्पना के लिए अपने विचार शेयर करते हुए, दुनिया भर के बच्चों ने अपनी पसंद की दुनिया को दर्शाया | राष्ट्रीय बाल दिवस और विश्व बाल दिवस के लिए उन्होंने यूनिसेफ इंडिया के डिजिटल चैनल की ज़िम्मेदारी संभाली |
सहयोग करने के लिए नाइन इज़ माइन नेटवर्क के सभी बच्चों का शुक्रिया

इस पेंटिंग के लिए मेरा लक्ष्य कलर पेन और पानी के साथ रचना का प्रयोग करना था | बाहरी आवरण की कल्पना करना, विशेष रूप से अंतरिक्ष से पृथ्वी की कल्पना, बहुत ही उत्तेजक था | यह पेंटिंग एक कहानी की व्याख्या करती है (जिस दिन सूरज हड़ताल कर देता है) और ये पेंटिंग उस कहानी का मुखपृष्ठ है | यह खगोलीय पिंडों के संबंधों और सूर्य और पृथ्वी के बीच रिश्ते को दर्शाता है | लोगों द्वारा पृथ्वी को नुकसान पहुँचाया जाता है और उसका बदला लेने के लिए सूर्य लोगों को संसाधन देना बंद कर देता है | अंत में पृथ्वी सौरमंडल की आँख बन जाती है, जिसके बिना इसकी सुंदरता नहीं देखी जा सकती |
-अर्जित वर्मा

जैसा कि हम सभी जानते हैं, कोविड - 19 लॉकडाउन के दौरान प्रदूषण में कमी आ गई थी | अब अनलॉक 1,2,3 और 4 के कारण लोगों ने वाहनों का प्रयोग फिर शुरू कर दिया है और प्रदूषण फिर से बढ़ रहा है | इस चित्र में धरती के चारों ओर के प्रदूषण को दिखाया गया है | हमें मिलकर इसे कम करना है |
- आकाश सिंह

इस चित्र में समावेशी और (आपदाओं के प्रति) लचीले शहरों को दिखाया गया है, जो भविष्य की तात्कालिक आवश्यकता है | ये शहर नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का प्रयोग कर रहे हैं, जो आधुनिक प्रौद्योगिकी के साथ मिलकर सतत विकास लक्ष्य 7 (SDG 7) के सतत भविष्य के लिए हैं, अर्थात सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा |
- त्वीषा सरीन

मेरा नाम एतिशा वर्मा है | मैं 13 वर्ष की हूँ | मैं टैगोर इंटरनेशनल, ईस्ट ऑफ़ कैलाश की छात्रा हूँ | मैं दिल्ली में रहती हूँ | मेरे चित्र में उस अवस्था को दिखाया गया है, जब मानवीय कृत्यों के कारण पर्यावरण को पहुंचाए जा रहे नुकसान के कारण सूर्य हड़ताल पर चला जाता है | लेकिन फिर लोगों को अपनी गलती का अहसास होता है और वे अपने कार्यों के लिए शर्मिंदा हैं और सूर्य से क्षमा मांगते हैं | हड़ताल पर सूर्य, "हम क्षमा मांगते हैं !"
- एतिशा वर्मा

इस चित्र में दिखाया गया है कि किस प्रकार दोषी कारखाना प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करता है, वातावरण में धुंआ फैलाता है और अपनी कमाई के लिए लोगों को बेवकूफ बनाता है |
- सान्वी जैन

मेरे चित्र में सूर्य को अन्य ग्रहों से बात करते दिखाया गया है |
- दीपशिता यादव







